चाँद का सन्देश | 01Aim.com

01 Aim
By -
0

 चाँद का सन्देश  |  01Aim.com





एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में नील नाम का एक लड़का रहता था। नील को रात का आसमान बहुत पसंद था। वह रोज़ अपनी छत पर बैठकर तारों को देखता और चाँद से बातें करता। चाँद उसकी हर बात सुनता, लेकिन कभी जवाब नहीं देता था।

एक रात, जब पूरा गाँव सो रहा था, नील ने आसमान की ओर देखते हुए कहा, "चाँद, अगर तुम मुझे सुन सकते हो, तो एक बार मुझे जवाब दो। क्या तुम भी मेरे दोस्त बन सकते हो?"

अचानक, एक हल्की चाँदनी की किरण नील के पास आकर रुकी। नील चौंक गया। किरण से एक धीमी, मीठी आवाज़ आई, "नील, मैं तुम्हें हमेशा सुनता हूँ। आज मैं तुम्हारे दोस्त बनने आया हूँ। लेकिन दोस्ती की एक शर्त है।"

नील उत्सुक होकर बोला, "कैसी शर्त?"

चाँद की किरण ने कहा, "तुम्हें मेरे साथ एक रात के लिए आसमान में आना होगा। मैं तुम्हें वह दिखाऊँगा जो तुमने पहले कभी नहीं देखा। लेकिन ध्यान रहे, जो भी देखोगे, उसे वापस धरती पर किसी को नहीं बता सकते। यह सिर्फ़ हमारा राज़ होगा।"

नील ने बिना सोचे हाँ कह दिया। किरण ने उसे अपनी गोद में उठाया और आसमान की ओर उड़ चली।

नील ने पहली बार आसमान को चाँद की नज़रों से देखा। उसने देखा कि हर तारे का एक अलग संगीत है, जो मिलकर आकाशगंगा की धुन बनाते हैं। उसने देखा कि चाँद के पास एक जादुई बगीचा है, जहाँ नक्षत्रों के फूल खिलते हैं। उसने यह भी देखा कि पृथ्वी कितनी सुंदर दिखती है, नीली और हरी, जैसे कोई अनमोल रत्न।

नील ने चाँद से पूछा, "यह सब इतना अद्भुत है! लेकिन मैं इसे किसी को क्यों नहीं बता सकता?"

चाँद मुस्कुराया और बोला, "क्योंकि यह अनुभव सिर्फ़ तुम्हारे लिए है। कुछ चीज़ें ऐसी होती हैं, जिन्हें शब्दों में बाँधना नामुमकिन है। अगर तुम इसे किसी को बताने की कोशिश करोगे, तो इसका जादू खो जाएगा।"

जब रात ख़त्म हुई, तो चाँद ने नील को वापस धरती पर उतार दिया। नील ने वादा किया कि वह इस अनुभव को किसी से साझा नहीं करेगा।

उस दिन से नील के चेहरे पर एक अलग ही चमक थी। लोग पूछते, "नील, तुम इतने खुश क्यों रहते हो?" और नील बस मुस्कुरा देता। उसके पास अब चाँद के साथ बिताई उस रात की यादें थीं, जो हमेशा के लिए उसकी अपनी थीं।




सीख:

हर अनुभव को शब्दों में व्यक्त करना ज़रूरी नहीं। कुछ चीज़ें हमें अंदर से बदल देती हैं, और वही हमारी असली ताकत बनती हैं।


Keep Visiting 01Aim.com For More Store Like it.

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)