प्रकृति का सौंदर्य | 01Aim.com

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हरी-भरी वादियों का आलिंगन,
सूरज की पहली किरणों का चुम्बन।


नीले आकाश का अनंत विस्तार,
चिड़ियों की चहचहाहट, मधुर संगीत का उपहार।


नदी की लहरों का सुमधुर नृत्य,
जैसे बज उठे प्रेम का अंतर्मधुर यंत्र।


पेड़ों की शाखाओं का झूमना,
मानो पवन संग राग हो गाना।


फूलों की महक, हवा में घुलती,
रंग-बिरंगी तितलियाँ, आकाश में झूलती।


धरती की गोद में बसा ये सुकून,
चाँदनी रात में जगमगाए चाँद का जूनून।


झरनों का संगीत, पहाड़ों का मान,
प्रकृति की गोद है जैसे स्वर्ग का स्थान।


पत्तों पर गिरती बारिश की बूंद,
जीवन को जगाए, हरियाली का पूंज।


प्रकृति है कविता, प्रकृति है गीत,
हर धड़कन में बसे इसका संगीत।


इस अद्भुत सौंदर्य को सहेजें हम,
प्रकृति के हर पल को सराहें हम।


ऐसी ही और कहानी, कविता के लिए 01aim.com पर आते रहे | 

01aim.com पर आने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद | 

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